by admin on | Mar 18, 2025 01:52 PM
दबंग नेताओं एवं निगम के कमीशनखोर अफसरों की काली करतूत...!
शहर की जनता खुले में मलमूत्र त्यागने पर हुई मजबूर ... ज़िम्मेदार मौन!
शहर में विकास के जगह विनाश का कार्य कांग्रेस कार्यकाल...!
नगर निगम ने करोड़ों खर्च कर जगह-जगह सार्वजनिक स्थानों पर सामुदायिक शौचालय तो बनवाए हैं....लेकिन भ्रष्टाचार की चढ़ गई भेंट..!
प्राइम लोकेशन पर गंदगी का अंबार हो तो सोचिए अन्य जगहों पर क्या होगा?
अधिकारीयों एवं राजनैतिक रसूखदारों के सामने नतमस्तक होने वालों पर कार्यवाही होती हैं या फिर नहीं?
अंबिकापुर :- जहाँ एक और केंद्र से नरेन्द्र मोदी की सरकार स्वच्छ भारत का सपना देखते हुए हर गाँव – गाँव में नागरिकों के घर –घर में शौचालय निर्माण करवा रही हैं और खुले में शौच न जाने के लिए आम नागरिकों से निवेदन कर रही हैं ठीक इसके विपरीत कार्य करते हुए लाखों रूपए की लागत से निर्माण हुए सार्वजनिक शौचालय कों ध्वस्त करके अपने चहेतो कों निजी लाभ पंहुचाते हुए दुकान संचालित करने गुमटी रखवा दिया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की अंबिकापुर शहर के सबसे भीड़ भाड़ वाला स्थान थाना चौक जहाँ लगभग प्रतिदिन सैकड़ों मजदूर मजदूरी करने के लिए एकत्रित होते हैं जिसमे महिला कामगर भी रहती हैं जिसके कारण यहाँ सार्वजनिक शौचालय अत्यंत आवश्यक हैं. जो पूर्व में था भी परंतु कुछ कमीशनखोर दलाली करने वाले अफसर के चक्कर में सार्वजनिक शौचालय कों तुड़वा दिया गया जिसके कारण अब सबसे ज्यादा समस्या महिला मजदूरों कों भी हो रही हैं। पूर्व में पक्के भवन रूपी सार्वजनिक शौचालय जिसकों विभाग के जवाबदार अफसरों ने कमीशनखोरी एवं दबंद नेताओं की जीहजूरी में तुड़वा दिया। मिली जानकारी के अनुसार थाना चौक में उचित स्थान पर लाखों रूपए के लागत से बने हुए पक्का भवन के रूप में सार्वजनिक शौचालय निर्माण पहले से था परंतु अंबिकापुर नगर में कुछ नेताओं के दबाव में निगम के कमीशनखोर अफसरों ने सार्वजनिक शौचालय कों ध्वस्त करवा दिया और शासन की महत्वपूर्ण योजना कों ठेंगा दिखाते हुए आम नागरिकों कों खुले में मलमुत्र त्यागाने कों मजबूर कर दिया हैं, आपको याद होगा की अंबिकापुर शहर एक समय भारत में स्वछता के लिए पहले स्थान का अवार्ड प्राप्त कर चूका हैं जिसके कारण अंबिकापुर शहर की जमकर वाहवाही हुई थी. जिसके कारण अंबिकापुर शहर का हर शहर में काफ़ी नाम हुआ परंतु अब इसी अंबिकापुर में गजब के कारनामें होने लगे हैं की बने बनाए सार्वजनिक शौचालय कों तोड़ कर अपने चहेतो कों निजी लाभ दिलवाया जा रहा हैं और मासूम जनता कों खुले में मलमूत्र त्यागाने कों मजबूर किया जा रहा हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अंबिकापुर नगर निगम में जब कांग्रेस पार्टी की सरकार थी तब इस कारनामें कों अंजाम देते हुए सार्वजनिक शौचालय कों ध्वस्त करवाते हुए शहर में विकास के जगह विनास का कार्य प्रारम्भ किया गया था। पक्के के भवनरूपी सार्वजनिक प्रसाधन कों तोड़वाने के बाद इस तरह से टेम्परेरी जुगाड़ वो भी अब कबाड़ में फेकाया हुआ हैं ।नगर निगम में अब भाजपा की सरकार हैं जिसके वर्तमान महापौर मंजूषा भगत हैं अब देखने वाली बात यह हैं की तत्कालीन महापौर डॉ अजय तिर्की के कार्यकाल में सार्वजनिक शौचालय कों ध्वस्त करने वाले अधिकारीयों एवं राजनैतिक रसूखदारों के सामने नतमस्तक होने वालों पर कार्यवाही होती हैं की नहीं? जहाँ नगर निगम में 10 वर्षो तक सत्ता सुख भोगने का मौका कांग्रेस के पास रहा जिसमे लागातार कई नाकामियों का सामना तत्कालीन महापौर कों करना पड़ा जिसका खामियाजा शहर की मासूम जनता कों भुगतान पड़ा 10 वर्षो की कांग्रेस की नाकामियों के कारण नाखुश आम जनता ने अपने मताधिकार का उपयोग करते हुए नगर निगम से कांग्रेस पार्टी के महापौर कों हटाते हुए भाजपा के महापौर पर जीत का ताज पहना डाला।
मज़बूरी में खुलेआम मूत्र त्याग करता मासूम एवं बगल में तमाम दबंगों के गुंटीनुमा दुकान जिसकों लाखों रूपए के साज सज्जा के साथ दुकान संचालित किया जा रहा हैं। अंबिकापुर के थाना चौक में स्थित सार्वजनिक प्रसाधन कों ध्वस्त करके शासन के लाखों रूपए कों तों गर्त में डाला ही साथ ही साथ प्लास्टिक से निर्मित शौचालय कों बेकाम के क्रय करके पुनः शासन कों आर्थिक छती पहुंचाने का कार्य बड़े आसानी से किया गया जिसका खामियाजा आर्थिक रूप से शासन कों और सुविधा के नाम पर अब चौक में आने वाले सैकड़ों की संख्या में मजदूर एवं आम नगरीको कों भुगतना पड़ रहा हैं जिसके कारण आम जनता खुले में मल मूत्र त्यागाने मजबूर हैं।
देखने वाली बात यह हैं की अब नगर निगम अंबिकापुर में हुए इस अत्यंत गंभीर लापरवाही रूपी कार्यशैली की जाँच होंगी या फिर जैसे कई वर्षो से इस मामले कों दबा के रखा गया हैं पुनः दबा दिया जायेगा। इस पुरे मामले में सबसे गंभीर और जाँच करने वाली बात यह हैं की उक्त पक्का भवन जिसमे सार्वजनिक प्रसाधन आम नागरिकों के लिए बनवाया गया था उसको ध्वस्त करने का आदेश किस सक्षम अधिकारी के द्वारा दिया गया एवं प्लास्टिक रूपी शौचालय कों क्रय करने का आदेश किसने पारित किया क्योंकि ऐसा प्रतीत होता हैं की यह तमाम कारनामें कथित दबंग नेता के इसारे पर हुए एवं सम्बंधित अफसर कों मोटी कमाई करने का एक बड़ा मौका मिल गया जिससे अपने जेब कों गर्म किया गया ।
अंबिकापुर शहर में अगर बात करें सार्वजनिक प्रसाधन की तों तमाम सार्वजनिक प्रसाधनों की स्थिति अत्यंत दयनीय हैं शहर की मासूम जनता से लेकर बाहर से आए मुसाफिरों कों इस अत्यंत महत्वपूर्ण समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं शहर के गाँधी चौक, स्टेडियम ग्राउंड या फिर यातायात थाना के पास शौचालय एवं अन्य जगह के शौचालय की अगर बात करें तों यहाँ की स्थिति बदसे बत्तर हैं लेकिन जवाबदार अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि अपने ही मस्ती में मस्त हैं इन्हे जनता की समस्या से कोई लेना देना नहीं हैं।
खैर 10 वर्षो बाद अब अंबिकापुर नगर निगम में भाजपा की सरकार वापस आई हैं अब देखना हैं की सम्बंधित मामले में वर्तमान महापौर, सभापति एवं निगम आयुक्त क्या कदम उठाते हैं यह देखने वाली बात हैं। इस पुरे मामले की जानकारी एवं अधिकारियो और जनप्रतिनिधि से उनका पक्ष लेने के लिए कॉल किया गया परंतु संपर्क नहीं हो पाया अगले अंक में आपको पूरा खबर और विस्तार के साथ पढ़ने कों मिलेगा।