छत्तीसगढ़ सरगुजा

सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय अंबिकापुर के राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा राष्ट्रीय योग दिवस पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी कार्यक्रम

by NEWS EDITOR on | Jun 21, 2024 12:11 PM

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सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय अंबिकापुर के राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा राष्ट्रीय योग दिवस पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी कार्यक्रम

 अम्बिकापुर : - सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय अंबिकापुर के राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा राष्ट्रीय योग दिवस पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी कार्यक्रम दिनांक 21 जून 2024 से 22 जून 2024 को वर्तमान परिदृश्य में योग की भूमिका विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। आज का कार्यक्रम डॉक्टर श्रद्धा मिश्रा जी के मार्गदर्शन में एवम कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रानी रजक जी के नेतृत्व में राष्ट्रीय संगोष्ठी पर बीएड द्वितीय सेमेस्टर के प्रशिक्षार्थी के द्वारा विभिन्न प्रकार के योग से सबंधित कार्यक्रम का आयोजन किया गया । संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में श्री बिलास भोस्कर संदीपान कलेक्टर , सरगुजा छतीशगढ़, विशिष्ठ अतिथि डॉक्टर शारदा प्रसाद त्रिपाठी कुलसचिव संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा, श्री गिरीश कुमार गुप्ता प्राचार्य लाइवली हुड महाविद्यालय जिला परियोजना अधिकारी, डॉक्टर एस. एन .पांडे राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक संत गहीरा गुरु विश्व विद्यालय,मुख्य वक्ता श्री शैलेंद्र बिशी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, सीतापुर, द्वितीय वक्ता श्री अजय तिवारी राज्य परिषद सदस्य,योग शिक्षक समनव्यक सरगुजा जोन, सरस्वती शिशु मंदिर समिति सदस्य श्री सुभाष चंद्र अग्रवाल अध्यक्ष, श्री अनिल सिंह मेजर उपाध्यक्ष, श्री राजरूप छाजड़ व्यवस्थापक, श्री करता राम गुप्ता कोषाध्यक्ष, श्री बसंत कुमार गुप्ता पूर्व व्यवस्थापक, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर श्रद्धा मिश्रा, कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रानी रजक, विकसित भारत कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती स्वाती शर्मा, समस्त शैक्षिक कर्मचारी एवम अशैक्षिक कर्मचारी, बीएड द्वितीय सेमेस्टर के प्रशिक्षार्थी की उपस्थिति रही।राष्ट्रीय संगोष्ठी में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि श्री विलास भोस्कर संदीपन जी ने सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय के समस्त कर्मचारी प्रशिक्षार्थी को लोकसभा निर्वाचन आयोग में अपनी शत प्रतिशत मतदान के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए धन्यवाद दिया एवं योग दिवस से संबंधित प्राणायाम , कपाल भारती से संबंधित स्वास्थ्य पर कितना प्रभाव पड़ता है।इस बारे में जानकारी दी गई। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस संपूर्ण जगत में आज मनाया जाता है।ताकि सभी का स्वास्थ्य संतुलित रहे।

इसके साथ ही प्रशिक्षर्थियो के द्वारा योग शिक्षा से संबंधित नृत्य की प्रसन्नता की और बताए कि सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय में हर कार्यक्रम चाहे वह मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने वाले फ्लैश मोब नुक्कड़ नाटक या सांस्कृतिक नृत्य सभी प्रस्तुति से लोग बहुत प्रभावित होते हैं और यहां के प्राचार्य कार्यक्रम अधिकारी एवं अन्य शैक्षणिक अशैक्षणिक कर्मचारी सभी का धन्यवाद किए । विशिष्ट अतिथि डॉ. शारदा प्रसाद त्रिपाठी जी के द्वारा योग दिवस पर महाविद्यालय के समस्त प्रशिक्षणार्थियों एवम् अध्यापकगण को संगोष्ठी हेतु बधाई दी गई एवम् साथ ही साथ उनका उत्साहवर्धन किया गया। इसके पश्चात आज दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में आए मुख्य वक्ता के रूप में श्री शैलेंद्र बिसी के द्वारा वर्तमान परिदृश्य में योग की क्या भूमिका होती है, इस पर अपने वक्तव्य को रखते हुए समस्त प्रशिक्षणार्थियों से उनके जीवन में सुख कितने प्रतिशत हैं, उनको पूछा गया एवं साथ ही सभी प्रशिक्षणार्थियों के प्रतिशत को जानकर उनके तनाव को दूर करने के लिए कौन सा योगासन कर सकते हैं। जैसे कपालभारती शरीर में तीन तरह से श्वास लेने की प्रक्रिया है पेट, छाती और नाक इन सभी के द्वारा श्वसन की प्रक्रियाओ द्वारा मन को स्थिर कर तनाव को कम किया जा सकता है इसके साथ आलोम - विलोम सिरशासन और कई प्रकार के योगासन के द्वारा शरीर को स्वस्थ बनाए जा सकता है।इसके पश्चात् मुख्य वक्ता श्री अजय तिवारी जी के द्वारा योग दिवस एवम् राष्ट्रीय संगोष्ठी विषय में महत्वपूर्ण बातें बताई कि लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत ज्यादा जागरूक होने की आवश्यकता है जिस प्रकार आज भोज्य पदार्थ में मिलावट और वातावरण में परिवर्तन हो रहे हैं, उसके लिए हमें स्वयं से अपने भोजन, पर्यावरण, स्वच्छता, शिक्षा आदि पर ध्यान देना आवश्यक है क्योंकि यही हमारी दैनिक दिनचर्या को ठीक रख सकती है। साथ ही आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जिसे सिर्फ आज के ही दिन हमें योग से जागृत होने की शिक्षा नहीं अपितु हर दिन हमें अपने शरीर को स्वस्थ और सुचारू रूप से चलने के लिए योग करना बहुत आवश्यक है। कार्यक्रम की अगली कड़ी में अतिथि के रूप में उपस्थित सरस्वती शिशु मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री सुभाष चंद्र अग्रवाल जी ने योग के विषय पर अष्टांग योग के बारे में बताया कि योग आठ अंगों का मिलन है । यम ,नियम ,आसन ,प्राणायाम, प्रत्याहार ,धारणा, ध्यान, समाधि के द्वारा शरीर को स्वस्थ किया जा सकता है। इस योग के द्वारा शारीरिक ,मानसिक और आध्यात्मिक तीनों में संतुलन बनाकर जीवन को सुखद बनाया जा सकता है अतः सभी को योगासन करना चाहिए।इसके पश्चात समिति के उपाध्यक्ष श्री अनिल सिंह मेजर जी के द्वारा योग के महत्व को बताया गया कि योग शरीर, मन,आत्मा और शांति प्रदान करता है योग के द्वारा किसी भी दर्द को सहन करने की क्षमता आ जाती है और पुराने से पुराने दर्द को भी कम किया जा सकता है। अपने वजन को, स्वयं में आत्मविश्वास लाने के लिए,अधिक नियंत्रण आदि के लिए योग करना अति आवश्यक है। इसके पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ श्रध्दा मिश्रा जी के द्वारा आभार व्यक्त करते हुए कहा गया कि आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया , जिसका विषय योग की भूमिका थी। जिसमें महाविद्यालय में आए वक्ताओं के द्वारा योग के विषय पर बहुत सारी जानकारी दी गई की वर्तमान स्थिति जो की काफी तीव्र है जिसमें सभी लोगों को हर कार्य को जल्दी से जल्दी समाप्त करना होता है। उसमें अक्सर लोग अपने खान-पान और अपने कार्य को सुचारू रूप से करने के लिए अपने स्वास्थ्य के प्रति ध्यान नहीं देते हैं, जिससे अनेक प्रकार के विकार उत्पन्न हो जाते हैं। जैसे मानसिक तनाव, शारीरिक विकृतियां, वजन का घटना बढ़ना ।

इन सभी समस्याओं को सिर्फ योग के माध्यम से ही दूर कर सकते हैं। इस प्रकार आज के विषय पर वक्ताओं के द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई। उन सभी वक्ताओं, अतिथि गणों, शैक्षिणक और अशैक्षणिक कर्मचारी बी एड प्रशिक्षणार्थी सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।राष्ट्रीय संगोष्ठी में माननीय मुख्य अतिथि श्री विलास भोस्कर संदीपान और डॉक्टर शारदा प्रसाद त्रिपाठी, डॉ एस एन पांडे, श्री गिरीश कुमार गुप्ता एवं समिति के माननीय सदस्य एवं अन्य अतिथियों के द्वारा वार्षिक पत्रिका (प्रदीप संस्कार ) का विमोचन किया गया इस वार्षिक पत्रिका में महाविद्यालय के शैक्षणिक और अशैक्षिणक कर्मचारियों विषय जी 20 और भारत की दृष्टिकोण पर विचार एवं बीएड द्वितीय सेमेस्टर के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा g20 विषय पर अपने विचार की प्रस्तुति दी गई साथ ही वार्षिक पत्रिका में महाविद्यालय में होने वाली विभिन्न प्रकार की गतिविधियों की झलक दिखाई गई है और इस प्रदीप संस्कार में महाविद्यालय में होने वाले राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं कार्यशाला को भी दिखाया गया है इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर श्रद्धा मिश्रा, कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रानी रजक, विकसित भारत कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती स्वाति शर्मा, श्रीमती प्रीति साहू श्रीमती प्रियालता जायसवाल, श्रीमती उर्मिला यादव, श्री मिथिलेश कुमार गुर्जर,सुश्री सविता यादव,सुश्री राधिका चौहान,और अशैक्षणिक कर्मचारी श्रीमती गोल्डन सिंह, नितेश कुमार यादव, सुंदर राम आदि की उपस्थिति रही।

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