by admin on | Oct 4, 2024 05:41 AM
छत्तीसगढ़ के मिशनरी स्कूलों में धर्मसभा या धर्मांतरण...!आखिरकार DEO से प्रिंसिपल ने क्यों बोला झूठ...!
गांधी जयंती पर स्कूल में चल रहा था धर्मसभा, सरगुजा कलेक्टर ने थमाया नोटिस...!
गांधी जयंती के दिन किया धर्मसभा का आयोजन, 200 से अधिक बच्चे हुए शामिल...!
DEO साहब बोले- जवाब मिलने के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई।
बसंत पंचमी को भी यह स्कूल रहा विवादित , छात्रा ने लगाई थी फांसी.!
"आदित्य गुप्ता"
अंबिकापुर -: गांधी जयंती के अवसर पर स्कूल, कॉजेज बंध रखे गए थे। शासकीय अवकाश था। इसके बावजूद भी शहर के कार्मेल स्कूल द्वारा गांधी जयंती के दिन खोलकर धर्मसभा का आयोजन किया जा रहा था। इसकी सूचना मिलने पर हिन्दू संगठन मौके पर पहुंचकर स्कूल संचालन का विरोध किया। वहीं सूचना पर जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की इस दौरान स्कूल प्रबंधन ने प्रशासनिक टीम के साथ बहस भी की। डीईओ ने स्कूल प्रबंधन को तत्काल कार्यक्रम बंद कर छुट्टी करने का निर्देश दिया। स्कूल पहुंचे बच्चां को वापस भेजा गया।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को गांधी जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति महात्मागांधी को याद किया जा रहा था। इनके याद में पूरे देश भर में अवकाश घोषित किया गया है। अवकाश के दिन कार्मेल स्कूल को खोला गया था एवं बच्चों को स्कूल ड्रेस में बुलाया गया था। इसकी जानकारी हिंदू संगठनों को मिली तो इसकी सूचना कलेक्टर को दी गई। कलेक्टर विलास भोस्कर के निर्देश पर डीईओ अशोक सिन्हा के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस टीम मौके पर पहुंची। स्कूल में धर्म विशेष के बच्चों को बुलाया गया था एवं धर्मसभा का आयोजन किया जाना था। शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल पहुंचे तो स्कूल के शिक्षकों ने अधिकारियों से भी बहस की और कहा कि उन्हें क्या करना है, अधिकारी नहीं बताएंगे। जब डीईओ अशोक सिन्हा स्कूल पहुंचे एवं फटकार लगाई तो प्रबंधन ने अपनी गलती स्वीकारी एवं स्कूल बंद किया। डीईओ अशोक सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रीय अवकाश के दिन निजी स्कूल को खोलकर छात्रों को बुलाने की जानकारी मिली थी। ऐसे में स्कूल खोलना एवं छात्रों को बुलाना गलत है। स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया जाएगा एवं नोटिस के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता दीपक यादव ने स्कूल प्रबंधन की मनमानी पर आक्रोश जताया है। उन्होंने कहा कि जानकारी मिली कि बच्चों को बुलाया है। प्रिंसपल से पूछा गया तो वे यह नहीं बताने को तैयार हुए कि वे क्या कर रहे हैं। स्कूल प्रबंधन ने कहा कि सिर्फ एक कम्युनिटी के बच्चों को बुलाया गया है, लेकिन यहां कई हिंदू बच्चे भी पहुंचे थे।
सरगुजा DEO को भी किया जा रहा था गुमराह
कार्मेल स्कूल में राष्ट्रीय अवकाश के दिन छात्रों को बुलाकर धर्म विशेष की सभा के आयोजन को लेकर DEO अशोक सिन्हा ने स्कूल की प्रिंसिपल को फोन किया तो उन्होंने बताया कि स्कूल में बच्चों को नहीं बुलाया गया है। जब DEO की टीम स्कूल पहुंची तो वहां करीब 200 बच्चे ड्रेस में उपस्थित मिले। इनमें हिंदू धर्म के बच्चे भी शामिल थे। स्कूल प्रबंधन ने ईसाई धर्म गुरू को पूछताछ के पूर्व ही एक वाहन में बैठाकर भेज दिया। DEO और SDM की टीम ने कलेक्टर को अपनी जांच रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने स्कूल को नोटिस जारी किया है।
इन बिंदुओं पर मांगा गया जवाब-
बसंत पंचमी को भी यह स्कूल रहा विवादित , छात्रा ने लगाई थी फांसी
कार्मेल स्कूल में बसंत पंचमी का कार्यक्रम आयोजित नहीं करने को भी लेकर भी विवाद हुआ था। इसमें प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। 8 महीने पहले स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा ने स्कूल की सिस्टर मर्शी पर प्रताड़ना का आरोप लगा फांसी लगा ली थी। जांच में पता चला कि सिस्टर मर्शी ने छात्रा का आई-कार्ड छीन लिया था। यह प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है।
DEO साहब बोले- जवाब मिलने के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई।
DEO अशोक सिन्हा ने कहा कि स्कूल में चार हजार बच्चे पढ़ रहे हैं। इन बच्चों के भविष्य का सवाल है, इसलिए स्कूल पर सीधे कार्रवाई नहीं की जा रही है। नोटिस का जवाब मिलने के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई जरूर होगी।