by admin on | Nov 5, 2024 06:09 PM
छत्तीसगढ़ के RTO अफसर कब करेंगे वाहनों की फिटनेस जांच: सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु विभाग की क्या है तैयारी..!
बाल-बाल बचे छत्तीसगढ़ के मंत्री दयालदास बघेल, काफिले की गाड़ी को बस ने मारा टक्कर, रायपुर आने के दौरान हुआ हादसा…
मंत्री दयालदास बघेल बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गये।
रोडवेज बस के फिटनेस एवं बस चालकों की निरंतर जांच की है जरूरत...!
चालकों-हेल्परों के नेत्र परीक्षण के साथ उनके स्वास्थ्य की भी हो जांच..!
"आदित्य गुप्ता"
रायपुर – बिलासपुर हाइवे पर उनके काफिले की गाड़ी की बस से टक्कर हो गई। हादसे के वक्त मंत्री दयाल दास बघेल बेमेतरा से रायपुर जा रहे थे। इसी दौरान तभी उनकी फॉलो वाहन बस से टकरा गई। हादसे में अब तक किसी के भी हताहत होने की जानकारी नहीं आई है। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार अनियंत्रित बस ने काफिले में शामिल फॉलो वाहन को टक्कर मार दी। सिमगा थाना क्षेत्र में स्थित ताज फैमिली ढाबा के पास यह हादसा हुआ है। घटना देर रात की बतायी जा रही है। बलौदाबाजार के सिमगा थाना क्षेत्र में हुए इस हादसा के बाद तुरंत ही हाइवे पेट्रोलिंग वाहन मौके पर पहुंची। जानकारी के मुताबिक ओवरटेकिंग करने के दौरान हुए इस हादसे में हालांकि किसी के भी घायल होने की सूचना नहीं है. बहरहाल इस दुर्घटना के बाद सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. बता दे कि मंत्री के काफिले में शामिल गाड़ी सीजी04 एनएल 5643 को रैंबो बस कंपनी की बस सीजी 04 एमजेड 8792 से टक्कर हुई है।
समझिए कंपनी की जांच का तरीका कैसा होता है..!
गाड़ियों की फिटनेस जांच हाईटेक तरीके से आसानी से हो, इसलिए परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कंपनी से जुलाई 2023 में MoU किया था। 1 अप्रैल 2024 से हर गाड़ी की फिटनेस जांच ऑटोमेटिक मोड में होनी थी। आटोमेटेड फिटनेस सेंटर में मशीन से रोलर ब्रेक टेस्ट, एक्सल भार टेस्ट, सस्पेंशन टेस्ट, साइड स्लिप टेस्ट, ज्वाइंट प्ले टेस्ट, स्टीयरिंग गियर प्ले टेस्ट, स्पीडो मीटर टेस्ट, स्पीड गवर्नर टेस्ट, एग्जॉस्ट गैस टेस्ट, हेड लाइट टेस्ट किए जाते थे। इसके बाद OK रिपोर्ट दी जानी थी, लेकिन मिली जानकारी के अनुसार सेंटर में पदस्थ कर्मचारियों ने पैसा कमाने के लिए पूरी व्यवस्था को ठप कर दिया था। मामले को लेकर ट्रांसर्पोटर और गाड़ी मालिकों ने परिवहन विभाग से शिकायत और प्रदर्शन भी किया था।
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और सुरक्षित यातायात के लिए वाहन चालकों के प्रशिक्षण पर भी विशेष जोर देने की आवश्यकता है।दुर्घटना के शिकार लोगों के त्वरित उपचार के लिए व्यवस्था, राज्य में ट्रांमा सेंटर की स्थिति, पाठ्यपुस्तकों में यातायात शिक्षा सामग्री का समावेश और यातायात के नियमों के उल्लंघन पर चालानी कार्रवाई तथा यातायात नियमों के पालन आदि विषयों पर विस्तार से जमीनी स्तर से विचार करने की आवश्यकता है। इसके अलावा राज्य के सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने तथा ग्रामीण सड़कों के मुख्य मार्ग में शामिल होने वाले जक्शन से अतिक्रमण हटाने सहित मार्गों में संकेतक और चेतावनी संबंधी बोर्ड को लगाए जाने के निर्देश का पालन भी होना चाहिए अब देखते हैं शासन व विभाग द्वारा क्या पहल की जाती है।