by admin on | Nov 10, 2024 06:15 PM
अंबिकापुर -: केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अंबिकापुर-बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 में कटघोरा से अंबिकापुर तक फोरलेन सड़क की मंजूरी दी है। लगभग 140 किलोमीटर की यह सड़क वर्तमान में टू लेन है। फोरलेन हो जाने से सड़क की चौड़ाई दोगुनी से अधिक हो जाएगी। सड़क की वर्तमान चौड़ाई (नाली सहित) 14 मीटर की है। फोरलेन में सड़क की चौड़ाई कम से कम 26 मीटर की हो जाएगी। फोरलेन में सर्विस रोड का अलग से प्रविधान होता है।
फोरलेन करने की मांग लंबे समय से
यातायात के भारी दबाब वाले इस सड़क पर पिछले कुछ समय से दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है।स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा टू लेन सड़क को फोरलेन करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र भी लिखा गया था। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय द्वारा तत्संबंध में मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारियों से जानकारी भी मांगी गई थी।
बड़ी बसाहटों से होकर गुजरी है राष्ट्रीय राजमार्ग
कटघोरा से अंबिकापुर के बीच चार ब्लाक मुख्यालय के अलावा एक दर्जन से अधिक बसाहट हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे घनी आबादी होने के कारण न सिर्फ दुर्घटना की संभावना बनी रहती है बल्कि किसी भी आयोजन के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित करना पड़ता है। इस कारण जाम की समस्या भी उतपन्न होती है।कटघोरा से रवाना होने के बाद पोड़ी-उपरोड़ा, मड़ई,चोटिया,मोरगा,तारा,डांड़गांव , उदयपुर,लखनपुर , मेंडराकला, लहपटरा बड़ी बसाहट हैं। इसके अलावा लगभग एक दर्जन गांव और हैं जो इस मार्ग पर पड़ते हैं।
बिलासपुर से कटघोरा तक फोरलेन है सड़क
अंबिकापुर - बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 में बिलासपुर से कटघोरा तक फोरलेन सड़क का निर्माण हुआ है लेकिन कटघोरा से अंबिकापुर तक सड़क टू लेन है। कटघोरा से तारा ,शिवनगर होते हुए अंबिकापुर तक टू लेन सड़क होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 पर यातायात का भारी दबाव होता है,जिससे लगातार दुर्घटन हो रही है। इन घटनाओं में असमय लोगों की जान जा रही है।
अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल ने तत्संबंध में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र प्रेषित कर अवगत कराया था कि उक्त मार्ग एनएचएआई के अधीन अधिसूचित है। उन्होंने कटघोरा शिवनगर- अंबिकापुर मार्ग को एनएचएआई की जगह सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के अधीन फोरलेन सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृति देने आग्रह किया था।
एक और मांग है अभी लंबित
अंबिकापुर से वाड्रफनगर - धनवार-रेणुकूट तक टू लेन सड़क निर्माण हुआ है, जबकि हाथीनाला से बनारस तक फोरलेन मार्ग बनाया जा चुका है। अंबिकापुर से रेणुकूट तक लगभग 166 किमी मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग भी लंबे समय से की जा रही है। इस मार्ग के फोरलेन हो जाने से इस मार्ग का उपयोग करके रायपुर से दिल्ली तक का सफर आसान हो जाएगा।
आवागमन सुविधाजनक होने से मालवाहक वाहनों से परिवहन सुगम होगा। रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, कटघोरा अंबिकापुर, सूरजपुर, बलरामपुर कोरिया जिला के लोग धार्मिक व अन्य कार्य से वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज एवं विंध्यांचल आना-जाना करते हैं।निकट भविष्य में इस मार्ग की भी स्वीकृति की संभावना है।