by admin on | Nov 10, 2024 06:18 PM
सर्व ब्राह्मण समाज ने कहा - राष्ट्रीय एकता व अखंडता के लिए खतरा है क्रिश्चियन मोर्चा की गतिविधियां
गृहमंत्री के साथ पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को प्रेषित किया ज्ञापन
भारत सरकार के विरूद्ध भय और आक्रोश पैदा करने जैसी टिप्पणी की गई
अंबिकापुर : सर्व ब्राह्मण समाज ने राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा के पदाधिकारियों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और आइटी एक्ट की धाराओं के तहत प्राथमिकी की मांग की है। सर्व ब्राह्मण समाज ने राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा के पदाधिकारियों के भाषण को राष्ट्रीय अखण्डता पर खतरा बताया है।
गृहमंत्री के साथ पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को प्रेषित ज्ञापन में सर्व ब्राह्मण समाज ने कहा है कि गंगापुर में स्थित रजवार भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय किश्चियन मोर्चा एवं भारत मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारियों ने जो उद्बोदन दिया वह स्वीकार्य योग्य नहीं है।धर्म विशेष को लेकर अभद्र टिप्पणी प्रारंभ कर लक्ष्य बनाकर सार्वजनिक रूप से भाषण देते हुए ब्राम्हणों को निशाने पर लिया। संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों को छीनने की बात कहकर लोगों में भारत सरकार के विरूद्ध भय और आक्रोश पैदा करने जैसी टिप्पणी की गई। ब्राम्हण समाज के द्वारा दण्डनीय अपराध के लिए वक्तव्य देने वाले के साथ ही मंच पर बैठे सभी पदाधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की गई है। बताया गया है कि भडकाऊ भाषण को आसपास के लोगों ने सुना तो अन्य समाज के लोग उपस्थित होने लगे। विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता पैदा करने वाले उत्तेजित भाषण का विरोध जताने व समाज के भवन का उपयोग नहीं करने देने की बात पर मंच में बैठे सभी पदाधिकारियों ने सभा में उपस्थित समुदाय के लोगों को उत्प्रेरित कर रजवार समाज के लोगों पर हमला कर गालीगलौज किया।
रजवार समाज के लोग हिंसक गतिविधि से स्वयं को बचाते हुए गांधीनगर थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराए, जिस पर गांधीनगर थाने में बिलास खरात, सुनील डोंगरदिपे, अरविन्द कच्छप, रंजीत बडा, ब्लायुसिस तिग्गा व अन्य के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया है। ब्राम्हण समाज ने कहा है कि इनके द्वारा विभिन्न समूहों के मध्य शत्रुता उत्पन्न करने एवं राष्ट्रीय अखण्डता के प्रतिकूल कार्य किया गया है, जो बीएनएस की धाराओं और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के साथ ही आईटी एक्ट की धाराओं के तहत दंडनीय अपराध है, जिस पर अपराध पंजीबद्ध किया जाना न्यायोचित होगा। इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता व पार्षद आलोक दुबे, विकास पाण्डेय, राजेश तिवारी व अन्य उपस्थित थे।
राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा ने अजाक थाने में की शिकायत
राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा के पदाधिकारियों ने अजाक थाना अंबिकापुर पहुंचकर घटना को लेकर लिखित शिकायत की है। आदिवासी समाज के दो लोगों को बंधक बनाकर सार्वजनिक रूप से अपमानित करने की शिकायत कर दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी मांग की गई है। राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा का कहना है कि जिन लोगों को बंधक बनाया गया वे डरे हुए हैं। 20 से 25 लोगों ने भय का माहौल बनाकर अपमानित करने की सारी सीमाएं लांघ दी हैं। कान पकड़कर नारे लगवाए गए। वीडियो बनाया गया और उसे सार्वजनिक कर दिया गया है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की गई है। पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर भी राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा ने सवाल उठाया है।