by admin on | Nov 20, 2024 02:27 PM
आखिरकार छत्तीसगढ़ में इस मौत का जिम्मेदार कौन ? खनिज विभाग, प्रशासन या कोई और? क्यों नहीं रोकी जा रही अवैध रेत तस्करी? कैसे हुआ ये हादसा... ?
मौन रहने से मौतें कम नहीं होंगी और नहीं रुकेगा अवैध कारोबार... जिम्मेदार ले संज्ञान !
"आदित्य गुप्ता"
रायगढ़ - शनिवार की सुबह रेत लोड ट्रैक्टर पलटने की घटना में ट्रैक्टर के नीचे दबकर चालक की मौत हो जाने का मामला सामने आया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है। ये वही अवैध रेत खदान है जिसके लिए कांशीचुआ के ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन को आवेदन देकर बंद करने की मांग की थी। ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते ध्यान दिया होता और अवैध रेत खनन पर रोक लगाई होती तो एक ड्राइवर की जान आज बच जाती।
मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ जिले के नदी घाटो से पिछले लंबे समय से रेत तस्कर द्वारा अवैध तरीके से रेत की तस्करी की जा रही है। इस मामले में कई बार शिकायत आने के बावजूद न तो संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी इस ओर ध्यान देते और न ही जिला प्रशासन के द्वारा इस ओर कोई कार्रवाई की जा रही थी। इसी क्रम में भूपदेवपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम लेबडा में स्थित मांड नदी से रेत लेकर अपने गंतव्य स्थान की ओर जा रही एक ट्रैक्टर पलटने की घटना में चालक रोशन सिदार 24 साल निवासी ग्राम धनागर की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
अब सवाल यह उठता है कि इस मौत का जिम्मेदार कौन है ? खनिज विभाग, जिला प्रशासन या वो जो शासन चला रहे हैं ? क्योंकि जिस तरह की घटना को लेकर ग्रामीणों ने आशंका जताई वैसी हो घटना हो गई। हालांकि ग्रामीण के बजाय यह घटना ट्रैक्टर ड्राइवर के हो साथ हो गई लेकिन क्या ऐसी घटना और नहीं हो सकती ? यदि इसी तरह रेत का अवैध अंधाधुंध माइनिंग किया जाता रहा तो फिर ऐसी घटनाएं हो सकती है। इसलिए प्रशासन, शासन, संबंधित विभागों को घाटों पर होने वाले अवैध गतिविधियों पर लगाम लगानी चाहिए।