by NewsDesk01 on | Feb 8, 2024 04:44 PM
छात्रा की आत्महत्या मामला दूसरे दिन भी शहर में आक्रोश, फफक कर रो पड़ा बेटी को कंधा दे रहा पिता, सबकी आंखें हुईं नम
अंबिकापुर : छात्रा ने की आत्महत्या मामला शहर के निजी स्कूल के कक्षा ६वीं की छात्रा द्वारा शिक्षिका पर प्रताडऩा का आरोप लगाकर आत्महत्या किए जाने के दूसरे दिन भी लोगों में आक्रोश रहा। कार्मेल स्कूल गुरुवार को भी बंद रहा। वहीं आक्रोश को देखते हुए स्कूल के बाहर पुलिस बल तैनात किए गए थे। कड़ी सुरक्षा के बाद भी बजरंग दल द्वारा स्कूल के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ कर विरोध जताया गया। वहीं गुरुवार की सुबह छात्रा का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। इसमें बड़ी संख्या में बच्चों के अभिभावक एवं नागरिक शामिल हुए। बेटी को कंधा दे रहे पिता फफक कर रो पड़ा। वहीं मां का रो-रोकर बुरा हाल था। यह नजारा जिस किसने भी देखा, उनकी आंखें नम हो गईं।शहर के दर्रीपारा निवासी इंजीनियर आलोक कुमार सिन्हा की 12 वर्षीय बेटी अर्चिशा सिन्हा ने मंगलवर की रात के फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह शहर के कार्मेल स्कूल में कक्षा 6वीं की छात्रा थी आत्महत्या करने से पूर्व छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था। इसमें उसने स्कूल की शिक्षिका पर कई दिनों से प्रताडि़त व कक्षा में दोस्तों के सामने अपमानित करने का आरोप लगाया था। इसके बाद से पूरे शहर में कार्मेल स्कूल प्रबंधन व शिक्षिका के खिलाफ आक्रोश फैल गया।
लोग विरोध प्रदर्शन करने लगे। घटना के बाद कार्मेल स्कूल के बाहर भाजयुमो ने टायर जलाकर विरोध-प्रदर्शन किया था। आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने पीएम रिपोर्ट व सुसाइड नोट के आधार पर धारा 305 के तहत शिक्षिका सिस्टर मर्सी को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया था।आक्रोश को देखते हुए प्रबंधन ने दूसरे दिन गुरुवार को भी स्कूल पूरी तरह बंद रखा। वहीं कार्मेल स्कूल के सभी गेटों के बाहर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
छात्रा अर्चिशा सिन्हा ने आत्महत्या करने से पूर्व सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें शिक्षिका सिस्टर मर्सी पर प्रताडऩा का आरोप लगाया था। अंतिम संस्कार में उसके सारे दोस्तों को बुलाने की बात भी उसने लिखी थी। अर्चिशा सिन्हा का अंतिम संस्कार गुरुवार को किया गया। अंतिम यात्रा उसके निवास से निकली तो लोगों के आंसू छलक गए। मेधावी अर्चिशा के सहपाठी भी उसके घर पहुंचे थे।अर्चिशा कक्षा 5वीं के टॉपर बच्चों में शामिल थी। वह नासा जाना चाहती थी। इस घटना ने सभी को गमगीन कर दिया है। बड़ी संख्या में बच्चों के अभिभावक एवं नागरिक अंतिम संस्कार में शामिल हुए। बेटी को कंधा दे रहे पिता फफक कर रो पड़े।